कवर्धा, छत्तीसगढ़: लोहारीडीह गांव में एक युवक की जेल में मौत के बाद मामला तूल पकड़ रहा है। शनिवार को साहू समाज के 16 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने गांव का दौरा किया और मृतक के परिवारों से मुलाकात की। समाज के प्रदेश अध्यक्ष टहल साहू ने मृतकों के परिजनों के लिए एक करोड़ रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने एक सप्ताह के भीतर उनकी मांगें पूरी नहीं कीं, तो समाज उग्र आंदोलन करेगा। इसके साथ ही उन्होंने पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव की बर्खास्तगी की भी मांग की है।
सरकार की प्रतिक्रिया: डिप्टी सीएम की उपस्थिति और सहायता
इसी बीच, दोनों उप-मुख्यमंत्री विजय शर्मा और टंकराम वर्मा के साथ पंडरिया विधायक भावना बोहरा भी लोहारीडीह पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और प्रशांत साहू के परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा चेक प्रदान किया। डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने आश्वासन दिया कि सरकार गांव के विकास और आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए हरसंभव कदम उठाएगी।
स्वास्थ्य शिविर और अन्य राहत कार्य
डिप्टी सीएम द्वारा गांव में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच की गई और भोजन की भी व्यवस्था की गई। उन्होंने यह भी कहा कि लोहारीडीह में भविष्य में किसी भी तरह की अव्यवस्था नहीं होने दी जाएगी।
कैदियों से मुलाकात और कांग्रेस पर निशाना
डिप्टी सीएम शर्मा ने जेल में बंद अन्य कैदियों से भी मुलाकात की और उन्हें दैनिक उपयोग की वस्तुएं तथा खाद्य सामग्री प्रदान की। उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि पिछली सरकार के शासनकाल में इस तरह की घटनाओं पर किसी भी मंत्री ने ध्यान नहीं दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि अब जब चुनाव नजदीक हैं, कांग्रेस राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रही है।
साहू समाज द्वारा एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिए जाने के बाद यह देखना होगा कि सरकार इस मामले में क्या कदम उठाती है, और अगर मांगें पूरी नहीं होतीं, तो क्या साहू समाज उग्र आंदोलन की ओर कदम बढ़ाएगा।