Spiderman in Chhattisgarh: अगर आपने अब तक हॉलीवुड फिल्मों में स्पाइडरमैन को दीवारों पर चढ़ते और अपने हाथ से जाले निकालते देखा है, तो छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में इन दिनों एक अलग ही स्पाइडरमैन का नजारा देखने को मिल रहा है। यह स्पाइडरमैन न केवल लोगों को हंसा रहा है, बल्कि स्वच्छता, ट्रैफिक नियमों और सामाजिक संदेशों को लोगों तक पहुंचाने का काम भी कर रहा है।
इस स्पाइडरमैन का नाम है कौशल साकत, जो रायपुर के रामनगर के निवासी हैं। कौशल पेशे से एक कोरियोग्राफर, राइटर और वीडियोग्राफर हैं। इसके अलावा, वह वकालत की पढ़ाई भी कर रहे हैं और बॉलीवुड में डांस कोरियोग्राफर के रूप में भी काम कर चुके हैं।
कौशल साकत पिछले तीन सालों से स्पाइडरमैन की वेशभूषा में जागरूकता के लिए काम कर रहे हैं। उनका मानना है कि जब तक आप कुछ अलग अंदाज में संदेश नहीं देते, लोग उसे गंभीरता से नहीं लेते। इसी कारण उन्होंने स्पाइडरमैन का रूप धारण किया, ताकि वह लोगों तक अपने संदेश को प्रभावी तरीके से पहुंचा सकें।
कौशल ने बताया कि शुरुआत में लोग उन्हें देखकर हंसी में डालते थे, लेकिन अब धीरे-धीरे लोग समझने लगे हैं कि यह स्पाइडरमैन सिर्फ मनोरंजन के लिए नहीं है, बल्कि एक सामाजिक उद्देश्य से लोगों तक संदेश पहुंचा रहा है। वह लोगों को स्वच्छता, ट्रैफिक नियमों का पालन, सीट बेल्ट लगाने, और नशे के सेवन से बचने का संदेश देते हैं।
कौशल के इंस्टाग्राम अकाउंट पर उनके स्पाइडरमैन गेटअप में कई वीडियो पोस्ट होते हैं, जो काफी वायरल हो रहे हैं। उनकी वीडियो पोस्ट्स में लाखों व्यूज आते हैं, और लोग इन वीडियो को खूब पसंद करते हैं। वह कहते हैं, “मैं हमेशा एक ही संदेश देने की कोशिश करता हूं – स्वच्छता और सुंदरता का।”
Watch Video: https://www.instagram.com/reel/CxsRbXCqBnq/?utm_source=ig_web_copy_link&igsh=MzRlODBiNWFlZA==
इसके अलावा, कौशल साकत छत्तीसगढ़ी फिल्मों के लिए गाने भी लिख चुके हैं और वह कविताएं और शायरी भी लिखते हैं। इनकी एक बायोपिक भी तैयार हो रही है, जो एक व्यक्ति की कहानी पर आधारित है, जो एक हत्या की सजा काटने के बाद जेल से छूटकर साइकिल से 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करने निकलता है।
छत्तीसगढ़ में कौशल का स्पाइडरमैन रूप लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। उनका उद्देश्य सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि लोगों को जागरूक करना है। वह कहते हैं, “अगर साधारण तरीके से संदेश देने की कोशिश की जाती है तो लोग उस पर ध्यान नहीं देते। इसलिए मैं कुछ अलग करता हूं ताकि लोग मेरी बात सुनें और समझें।”
कौशल के इस अनोखे प्रयास से भिलाई के लोग अब स्वच्छता, ट्रैफिक सुरक्षा और सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति अधिक जागरूक हो रहे हैं, और वह इस काम को लगातार जारी रखने का इरादा रखते हैं।