ब्रजघाट में सोनू शर्मा की हत्या: प्रेम-प्रसंग, आपराधिक साजिश और तीर्थ नगरी का बढ़ता खतरा
हापुड़ की तीर्थ नगरी ब्रजघाट में 26 नवंबर को हुई सोनू शर्मा की हत्या का खुलासा चौंकाने वाला है। पुलिस जांच में पता चला है कि इस हत्या के पीछे एक प्रेम-प्रसंग और आपराधिक साजिश का मामला जुड़ा हुआ है। हत्यारोपी अन्नू ने अपनी पत्नी और सोनू के बीच बने अवैध संबंधों की भनक लगने के बाद इस हत्या की योजना बनाई। पुलिस ने इस मामले में अन्नू और उसके सहयोगी राजपाल को गिरफ्तार कर लिया है।
सोनू शर्मा और अन्नू की पत्नी के बीच बढ़ती नजदीकियां
सोनू शर्मा, जो अमरोहा जिले का रहने वाला था, पिछले पांच वर्षों से अपनी मां सुमन शर्मा के साथ ब्रजघाट में रह रहा था। यहां उसकी दोस्ती संभल के बहजोई थाना क्षेत्र के सिसोना गांव निवासी अन्नू से हुई, जो वर्तमान में ब्रजघाट के स्वामी वाली गोशाला में रहता था। दोस्ती के दौरान सोनू और अन्नू की पत्नी के बीच नजदीकियां बढ़ने लगीं, और यह रिश्ता प्रेम संबंध में बदल गया।
हत्या की साजिश का खुलासा
सोनू ने अन्नू को रास्ते से हटाकर उसकी पत्नी के साथ जीवन बिताने की योजना बनाई। उसने इस योजना की जानकारी अन्नू की पत्नी को भी दी। लेकिन अन्नू की पत्नी ने यह बात अपने पति को बता दी। अपनी हत्या की साजिश का पता चलते ही अन्नू ने अपने दोस्त राजपाल, जो अमरोहा जिले के सैदनगली थाना क्षेत्र का निवासी है, से मदद मांगी। दोनों ने सोनू को रास्ते से हटाने का निर्णय लिया।
हत्या की योजना और घटना का विवरण
25 नवंबर की रात, अन्नू और राजपाल ने सोनू को स्वामी वाली गोशाला में बुलाया। शराब पीने के बाद दोनों ने सोनू पर कुल्हाड़ी से हमला कर उसकी हत्या कर दी। शव को प्लास्टिक की पिन्नी में लपेटकर बुग्गी में रखा और श्मशान घाट के पास फेंक दिया। अगले दिन, पुलिस को सोनू का शव बरामद हुआ, और जांच के बाद अन्नू और राजपाल को गिरफ्तार कर लिया गया।
सोनू शर्मा की आपराधिक पृष्ठभूमि
पुलिस जांच में यह भी पता चला कि सोनू खुद भी आपराधिक गतिविधियों में शामिल था। लगभग एक महीने पहले 9 नवंबर को नोएडा के गढ़ी चौखंडी निवासी पवन का शव ब्रजघाट में गंगा के दूसरे छोर पर मिला था। अन्नू और राजपाल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को उनके घर से पवन की बाइक और मोबाइल बरामद हुए। अन्नू ने खुलासा किया कि सोनू ने अपने एक अन्य साथी गौतम के साथ मिलकर पवन की हत्या की थी।
तीर्थ नगरी में बढ़ता अपराध
ब्रजघाट, जो श्रद्धालुओं के लिए एक पवित्र तीर्थ स्थल है, अब अपराधियों की शरणस्थली बनता जा रहा है। यहां प्रतिमाह लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान और पूजा-अर्चना के लिए आते हैं, लेकिन बाहरी अपराधियों की बढ़ती संख्या से यह क्षेत्र असुरक्षित हो रहा है। धर्मशालाओं में ठहरने वाले बाहरी तत्व और चोरी, छिनैती जैसे अपराधों की घटनाएं यहां आम हो चुकी हैं।
पुलिस की कार्यवाही और जनता की मांग
पुलिस क्षेत्राधिकारी के साथ जन संवाद में स्थानीय जनता ने तीर्थ नगरी में अपराधियों पर अंकुश लगाने और बाहरी तत्वों की पहचान सुनिश्चित करने की मांग की थी। अन्नू और राजपाल द्वारा सोनू शर्मा की हत्या और सोनू द्वारा पवन की हत्या के खुलासे ने इन चिंताओं को और गहरा कर दिया है। पुलिस को यहां सुरक्षा व्यवस्था सख्त करने और धर्मशालाओं में रह रहे संदिग्ध तत्वों पर निगरानी बढ़ाने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष
ब्रजघाट में सोनू शर्मा की हत्या न केवल एक प्रेम-प्रसंग और आपराधिक साजिश का मामला है, बल्कि यह तीर्थ नगरी की बिगड़ती कानून व्यवस्था और बाहरी अपराधियों के बढ़ते प्रभाव को भी उजागर करती है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और जनता की जागरूकता इस क्षेत्र को सुरक्षित रखने के लिए अत्यंत आवश्यक है।