नारायणपुर: जंगल में नक्सलियों की बंदूक फैक्ट्री का भंडाफोड़, सुरक्षा बलों को मिली बड़ी सफलता
नारायणपुर जिले के कोहकामेटा क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस और बीएसएफ की संयुक्त टीम ने जंगल में छिपी नक्सलियों की हथियार निर्माण फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। इस कार्रवाई में हथियार बनाने में इस्तेमाल होने वाली मशीनों, खतरनाक सामग्री, और नक्सली साहित्य सहित बड़ी मात्रा में सामान जब्त किया गया। यह अभियान नक्सलियों के नेटवर्क को कमजोर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
अभियान की पृष्ठभूमि
नारायणपुर के सोनपुर-कोहकामेटा थाना क्षेत्र में नक्सलियों की गतिविधियों की सूचना मिलने पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की योजना बनाई। 2 दिसंबर 2024 को डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) और बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) की संयुक्त टीम को कोहकामेटा और आसपास के क्षेत्रों में तलाशी अभियान पर भेजा गया। अभियान का उद्देश्य नक्सलियों के ठिकानों का पता लगाना और उनके नेटवर्क को तोड़ना था।
जंगल में छिपी हथियार फैक्ट्री का खुलासा
3 दिसंबर को वाला और पांगुड़ के घने जंगलों में तलाशी के दौरान सुरक्षा बलों को एक छिपी हुई हथियार निर्माण इकाई का पता चला। वहां से बैरल ग्रेनेड लॉन्चर (बीजीएल) और भरमार बंदूक बनाने में इस्तेमाल होने वाली मशीनें बरामद की गईं। इसके साथ ही रसोई गैस सिलेंडर, वेल्डिंग गैस सिलेंडर, और बड़ी संदूकें भी मिलीं, जिनका इस्तेमाल हथियार बनाने और उनके रखरखाव में किया जा रहा था।
बरामद सामग्री की सूची
सुरक्षा बलों ने मौके से कई खतरनाक और उपयोगी सामग्रियां बरामद की हैं, जिनमें शामिल हैं:
- हथियार निर्माण उपकरण: बैरल ग्रेनेड लॉन्चर, भरमार बंदूक निर्माण की मशीन।
- सुरक्षा सामग्री: डेटोनेटर, नक्सली वर्दी, पिट्ठू बैग।
- घरेलू उपयोग की वस्तुएं: रसोई गैस सिलेंडर, फोल्डेबल चेयर, तेल टिन, साबुन।
- तकनीकी सामान: सोलर प्लेट।
- नक्सली साहित्य: बड़ी मात्रा में नक्सलियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले दस्तावेज और प्रचार सामग्री।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस सफलता के बाद नारायणपुर के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने इसे नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी उपलब्धि बताया। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि हथियार निर्माण इकाई का ध्वस्त होना नक्सलियों के लिए बड़ा झटका है। इससे उनके हथियार सप्लाई नेटवर्क पर प्रभाव पड़ेगा और उनकी गतिविधियों को रोकने में मदद मिलेगी।
नक्सल नेटवर्क को कमजोर करने की दिशा में कदम
पुलिस अधीक्षक और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने अभियान में शामिल जवानों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि नक्सलियों द्वारा जंगलों में छिपकर हथियार बनाने की गतिविधियां सुरक्षा बलों के लिए बड़ी चुनौती रही हैं। इस तरह के ठिकानों को खोजकर ध्वस्त करना नक्सल नेटवर्क को कमजोर करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
ग्रामीणों में सुरक्षा की भावना
इस कार्रवाई के बाद आसपास के ग्रामीण इलाकों में सुरक्षा की भावना बढ़ी है। ग्रामीणों ने पुलिस और बीएसएफ की तत्परता और सक्रियता की सराहना की। स्थानीय प्रशासन ने भी लोगों को आश्वस्त किया है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत की जाएगी।
निष्कर्ष
नारायणपुर जिले में नक्सलियों की हथियार निर्माण फैक्ट्री का भंडाफोड़ सुरक्षा बलों की सतर्कता और कुशलता का परिचायक है। इस कार्रवाई से न केवल नक्सलियों की गतिविधियों पर रोक लगेगी, बल्कि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने में भी मदद मिलेगी। प्रशासन और सुरक्षा बल नक्सलियों के खिलाफ इस तरह के अभियानों को और तेज करने की योजना बना रहे हैं, ताकि क्षेत्र को हिंसा और अस्थिरता से मुक्त किया जा सके।