पाली: राजस्थान के पाली में एक दर्दनाक सड़क हादसे में 15 साल की लड़की का पैर कटकर अलग हो गया। घबराए परिजन उसे तुरंत सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे। लड़की के साथ उसका मामा का लड़का भी था, जो थैली में बहन का कटा पैर डालकर अस्पताल पहुंचा। परिजनों ने डॉक्टरों से पैर जोड़ने की गुहार लगाई, लेकिन डॉक्टरों ने नसों के अत्यधिक डैमेज होने के कारण ऑपरेशन करने से इनकार कर दिया। यह हादसा शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे जैतपुर गांव के पास हुआ।
जानकारी के अनुसार, मनीषा (14) पुत्री शंकरलाल, निवासी जैतपुर (पाली), 11वीं कक्षा की छात्रा थी। शुक्रवार को वह अपनी मां के साथ टेंपो में बैठकर अपने ननिहाल, धोलैरिया शासन, जा रही थी। टेंपो में करीब 8 से 10 सवारियां थीं। सफर के दौरान वह टेंपो के गेट के पास बैठी थी और उसका एक पैर बाहर निकला हुआ था। जैतपुर गांव के बाहर एक तेज रफ्तार पिकअप, जो गैस सिलेंडर से भरी थी, टेंपो के पास से गुजरी। इसी दौरान पिकअप की चपेट में आने से मनीषा का टखने के नीचे का हिस्सा कटकर सड़क पर गिर गया। हादसे के बाद वह दर्द से चीखने-चिल्लाने लगी।
परिजन तुरंत मनीषा के कटे पैर को थैली में डालकर बांगड़ अस्पताल पहुंचे और डॉक्टरों से पैर जोड़ने की गुजारिश की। हालांकि, बांगड़ हॉस्पिटल के डॉ. सुखदेव चौधरी ने कहा कि चोट की गंभीरता को देखते हुए पैर जोड़ना संभव नहीं था, क्योंकि पैर की ज्यादातर नसें डैमेज हो चुकी थीं।
मनीषा के मामा के लड़के विक्रम ने इस हादसे के लिए पिकअप चालक को जिम्मेदार ठहराया और उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने सरकार से परिवार को सहायता देने की भी अपील की। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपी चालक की तलाश जारी है।