Wed. Apr 30th, 2025

“बीजापुर में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता, आठ संदिग्ध नक्सली गिरफ्तार, टिफिन बम और विस्फोटक सामग्री बरामद”…..!

बीजापुर में नक्सल विरोधी अभियान में पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 8 संदिग्ध नक्सली गिरफ्तार, भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद

बीजापुर:- छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों को एक और बड़ी सफलता हासिल हुई है। नक्सल विरोधी अभियान के तहत पुलिस ने आठ संदिग्ध नक्सलियों को गिरफ्तार किया है, जो उसूर-टेकमेटला मार्ग पर आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) लगाने की योजना बना रहे थे। सुरक्षा बलों ने इन नक्सलियों को घेराबंदी कर पकड़ा और उनके पास से तीन टिफिन बम, विस्फोटक सामग्री, कॉर्डेक्स वायर, बिजली के तार और नक्सली प्रचार सामग्री बरामद की।

सुरक्षा बलों द्वारा चलाया गया सफल सर्च अभियान
यह कार्रवाई उसूर थाना क्षेत्र में डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) और जिला बल की संयुक्त टीम द्वारा टेकमेटला के जंगलों में चलाए गए एक सर्च अभियान के दौरान की गई। अभियान के दौरान, सुरक्षाबलों को जंगल के एक मोड़ पर संदिग्ध गतिविधियों के बारे में सूचना मिली। जैसे ही टीम ने इलाके की घेराबंदी की, आठ संदिग्ध नक्सली भागने की कोशिश करने लगे, जिन्हें तुरंत पकड़ लिया गया।

गिरफ्तार नक्सलियों की पहचान और योजना
गिरफ्तार किए गए नक्सलियों ने अपनी पहचान जोगा माड़वी, देवा सोढ़ी (बाल संघम सदस्य), गुडडी माड़वी (आरपीसी मिलिशिया प्लाटून सदस्य), चुला हेमला (आरपीसी मिलिशिया प्लाटून सदस्य), सुक्का सोढ़ी (रेखापल्ली संघम सदस्य), पायकी मड़कम (KAMS सदस्य), सुक्का कुंजाम (रेखापल्ली संघम सदस्य) और मल्ला मिड़ियम (रेखापल्ली संघम सदस्य) के रूप में की।

इन नक्सलियों से पूछताछ में यह जानकारी सामने आई कि वे उसूर-टेकमेटला मार्ग पर सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के लिए आईईडी लगाने की साजिश रच रहे थे। उनके पास से बरामद विस्फोटक सामग्री ने इस योजना की गंभीरता को और स्पष्ट किया।

विस्फोटक सामग्री की बरामदी
सुरक्षा बलों ने गिरफ्तारी के दौरान नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की, जिसमें तीन टिफिन बम, कॉर्डेक्स वायर, बिजली के तार और नक्सली प्रचार सामग्री शामिल थी। इन विस्फोटकों का उपयोग उसूर-टेकमेटला मार्ग पर आईईडी लगाने के लिए किया जाना था, जिससे सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाया जा सकता था। इस बड़ी साजिश को नाकाम करते हुए, पुलिस ने इलाके में शांति और सुरक्षा बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई।

नक्सलियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और न्यायिक रिमांड
गिरफ्तार किए गए नक्सलियों के खिलाफ थाना उसूर में कानूनी कार्रवाई की गई और उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। इन नक्सलियों का गिरफ़्तार होना क्षेत्र में सुरक्षा बलों की सक्रियता और नक्सल विरोधी अभियान की सफलता को दर्शाता है।

क्षेत्र में सुरक्षा और विकास के लिए नए कदम
बीजापुर जिले के कोंडापल्ली इलाके में छत्तीसगढ़ सरकार ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा और विकास को बढ़ावा देने के लिए एक नई पहल की है। इस पहल के तहत कोंडापल्ली में एक नया सुरक्षा कैंप स्थापित किया गया है। यह कैंप नक्सलियों के पीएलजीए बटालियन के सुरक्षित माने जाने वाले क्षेत्र में खोला गया है। इस कदम से नक्सलियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई में मदद मिल सकेगी और सुरक्षा बलों को इलाके में अपनी पकड़ मजबूत करने का अवसर मिलेगा।

साथ ही, इस नए सुरक्षा कैंप की स्थापना से स्थानीय लोगों को भी कई फायदे होंगे। छत्तीसगढ़ सरकार के “नियद नेल्ला नार” योजना के तहत, इस कैंप के खुलने से क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं का विकास तेज़ी से होगा। इसके परिणामस्वरूप स्थानीय लोगों को सड़क, पुल-पुलिया निर्माण, बिजली, पानी, स्वास्थ्य सेवाएं, पीडीएस दुकानें, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, और मोबाइल कनेक्टिविटी जैसी बुनियादी सुविधाएं मिल सकेंगी।

नक्सल उन्मूलन में अहम कदम
नवीन सुरक्षा कैंप की स्थापना से नक्सल उन्मूलन की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। इस कैंप के द्वारा सुरक्षा बलों को नक्सलियों के खिलाफ अधिक प्रभावी ढंग से कार्रवाई करने में मदद मिलेगी, साथ ही क्षेत्र में विकास कार्यों को भी बढ़ावा मिलेगा। इस तरह की सुरक्षा और विकास योजनाओं से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्थिरता और शांति लाने की उम्मीद है।

नक्सलियों की साजिश नाकाम और क्षेत्र में शांति का माहौल
सुरक्षा बलों की तत्परता और सफलता ने एक बार फिर साबित कर दिया कि नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी और उनके मंसूबों को नाकाम किया जाएगा। इस अभियान से न केवल नक्सलियों की बड़ी साजिश को विफल किया गया, बल्कि इससे बीजापुर जिले में शांति और सुरक्षा का माहौल भी मजबूत हुआ है।

इस तरह के अभियान न केवल नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई में निर्णायक साबित होते हैं, बल्कि इससे स्थानीय समुदायों में भी विश्वास और सुरक्षा का अहसास बढ़ता है, जो अंततः पूरे क्षेत्र के समग्र विकास में योगदान देता है।

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