नई दिल्ली: साइबर ठगी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक व्यक्ति को बेहद चतुराई से शिकार बनाया गया और उसके बैंक खाते से 2.80 करोड़ रुपये उड़ा लिए गए। इस ठगी की शुरुआत 27 नवम्बर 2024 को एक व्हाट्सएप कॉल से हुई, जिसमें कॉल करने वाले ने खुद को फर्जी सिटीबैंक कर्मचारी बताया।
साइबर ठग ने पीड़ित को यह बताया कि वह उनके पेंडिंग क्रेडिट कार्ड एप्लिकेशन के अप्रूवल के लिए कॉल कर रहा है। इसके बाद उसे प्रक्रिया के तहत एक नया सिम कार्ड खरीदने को कहा गया। विक्टिम को यह विश्वास दिलाने के लिए कि यह सब असल है, उसे एक पार्सल भेजा गया, जिसमें एक स्मार्टफोन था। इस पार्सल पर सिटीबैंक का नाम लिखा हुआ था, जिससे पीड़ित ने ठग की बातों पर विश्वास कर लिया।
ठग ने पीड़ित को कहा कि वह इस स्मार्टफोन में सिम कार्ड डाले, लेकिन पीड़ित को इस बात का कोई अंदाजा नहीं था कि इस फोन में एक खतरनाक ऐप पहले से इंस्टॉल था, जो उसकी व्यक्तिगत जानकारी और बैंक डिटेल्स चुराने में मदद करता है। जैसे ही पीड़ित ने सिम कार्ड फोन में डाला, उस ऐप ने काम करना शुरू कर दिया और ठग ने बैंक डिटेल्स, OTP आदि का चोरी-छिपे एक्सेस प्राप्त कर लिया।
इसके बाद, साइबर ठगों ने पीड़ित के बैंक खाते से 2.80 करोड़ रुपये की ठगी की। इस प्रकार के साइबर ठग मोबाइल फोन में खतरनाक ऐप्स इंस्टॉल करके और उसे विक्टिम तक पहुंचाकर उनकी निजी जानकारी चुराते हैं। जब पीड़ित को यह महसूस हुआ कि वह ठगी का शिकार हो चुके हैं, तो उन्होंने तुरंत बैंक और पुलिस से संपर्क किया और घटना की सूचना दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
साइबर ठगों से बचने के लिए सतर्क रहें और अपनी जानकारी सुरक्षित रखें।