दिल्ली के प्रशांत विहार में फिर धमाका: इलाके में दहशत, चश्मदीदों ने बयां की घटनास्थल की कहानी
दिल्ली के प्रशांत विहार में एक बार फिर धमाके की गूंज सुनाई दी, जिससे क्षेत्र में दहशत फैल गई। यह घटना सुबह करीब 11:48 बजे हुई, जब बंसी स्वीट्स के सामने जोरदार धमाका हुआ। यह धमाका तब हुआ, जब स्थानीय लोग अपने रोजमर्रा के काम में व्यस्त थे।
धमाके के बाद लोगों में डर का माहौल बन गया और वे अपने-अपने घरों से बाहर निकलकर घटनास्थल की ओर दौड़े। इलाके में पहले भी दो महीने पहले सीआरपीएफ स्कूल के बाहर धमाका हो चुका है। इस बार का धमाका उस घटना से जुड़ा हुआ है या नहीं, इस पर फिलहाल जांच जारी है।
धमाके का विवरण
28 नवंबर की सुबह 11:48 बजे बंसी स्वीट्स के सामने जोरदार धमाका हुआ। चश्मदीदों के अनुसार, धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि पास के पार्क में बैठे लोग और सड़क पर चल रहे राहगीर डरकर तुरंत वहां से भागने लगे। हालांकि, इस बार धमाके में किसी बड़ी क्षति की खबर नहीं आई, लेकिन इसने पिछले महीने हुए धमाके की यादें ताजा कर दीं।
चश्मदीदों ने बयां किया मंजर
पहले चश्मदीद: कृष्ण कुमार गुप्ता
धमाके के प्रत्यक्षदर्शी कृष्ण कुमार गुप्ता ने बताया कि वह रोजाना सुबह 11:30 बजे पार्क जाते हैं। घटना के समय वे पार्क के गेट के पास थे। उन्होंने कहा:
“जैसे ही मैं गेट पर पहुंचा, अचानक से बहुत जोरदार धमाका हुआ। आसपास के लोग दहशत में आ गए। किसी ने कहा कि टायर फटा है, तो किसी ने इसे बम धमाका बताया।”
कृष्ण कुमार ने बताया कि धमाके के बाद वहां खड़ी एक गाड़ी वाला अपनी गाड़ी की जांच कर तुरंत मौके से निकल गया। जब उनसे पूछा गया कि धमाके का असर कैसा था, तो उन्होंने बताया कि एक टेम्पो ड्राइवर को हल्की चोटें आईं, लेकिन गाड़ियों या अन्य लोगों को कोई गंभीर नुकसान नहीं हुआ।
दूसरे चश्मदीद: बलवंत जैन
बलवंत जैन, जो घटना के समय पार्क में मौजूद थे, ने बताया:
“जोरदार आवाज सुनकर हम पार्क से बाहर आए। यह आवाज इतनी तेज थी कि हमें लगा कुछ बड़ा हुआ है। हालांकि, धमाके के आसपास कोई व्यक्ति मौजूद नहीं था, इसलिए किसी को गंभीर चोट नहीं आई।”
धमाके के बाद धुआं और कयास
घटना के समय पार्क में मौजूद तीसरे चश्मदीद भीम सेन जैन ने बताया:
“हम पार्क में बैठे बातें कर रहे थे, तभी जोरदार धमाका हुआ। पहले काला धुआं निकला और फिर सफेद। यह धुआं काफी ऊपर तक गया।”
उन्होंने कहा कि आसपास के लोग भ्रम में थे कि धमाका किस चीज का था। कुछ लोग इसे कार की बैटरी का फटना बता रहे थे, तो कुछ का मानना था कि टेम्पो में कोई तकनीकी खराबी के कारण यह घटना हुई। लेकिन गाड़ियों को कोई नुकसान न होने के कारण यह स्पष्ट नहीं हो सका कि असल में धमाका किस वजह से हुआ।
दो महीने पहले हुए धमाके से तुलना
प्रशांत विहार में यह दूसरा धमाका है। इससे पहले दो महीने पहले सीआरपीएफ स्कूल के बाहर भी ऐसा ही धमाका हुआ था, जिसमें गाड़ियों के शीशे टूट गए थे और कुछ लोग घायल हुए थे। जब इस घटना की तुलना पिछले धमाके से की गई, तो चश्मदीदों का कहना था कि यह धमाका उससे थोड़ा कम प्रभावी था, लेकिन आवाज बहुत तेज थी।
पुलिस जांच में जुटी
पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल धमाके की असल वजह का पता नहीं चल पाया है। अधिकारियों ने कहा कि इलाके में सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है और आसपास मौजूद लोगों से पूछताछ की जा रही है।
प्रशांत विहार में लगातार हो रहे धमाके सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि पुलिस इस बार की घटना को किस तरह से हल करती है और क्या कोई साजिश इसमें शामिल है।