रायपुर, 9 अप्रैल – जीएसटी विभाग की खुफिया इकाई DGGI रायपुर जोनल यूनिट ने एक बड़े GST इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ करते हुए दो व्यापारियों को गिरफ्तार किया है। जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि रायपुर की दो फर्मों अजय ट्रेडर्स और शुभम सेल्स ने दिल्ली स्थित कई बोगस फर्मों के माध्यम से फर्जी बिलिंग करते हुए करीब ₹135 करोड़ की खरीद दिखाकर ₹24 करोड़ से अधिक का फर्जी ITC क्लेम किया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, इन दोनों फर्मों ने MS TMT, MS Angle, MS Channel जैसे लोहे से संबंधित उत्पादों की फर्जी खरीदारी दिखाकर इस घोटाले को अंजाम दिया।
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अजय ट्रेडर्स द्वारा लगभग ₹94 करोड़
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और शुभम सेल्स द्वारा ₹41 करोड़ के फर्जी बिल बनाए गए थे।
DGGI की गहन जांच में जब दस्तावेजों की सत्यता की जांच की गई, तो पाया गया कि प्रस्तुत किए गए दस्तावेज अप्रामाणिक हैं और जिन फर्मों से सामान खरीदी दिखाई गई थी, वे अस्तित्व में ही नहीं हैं। इस ठगी में शामिल अजय सिंह (अजय ट्रेडर्स) और शुभम कुमार (शुभम सेल्स) को गिरफ्तार कर लिया गया है।
DGGI ने इसे करोड़ों रुपये के राजस्व को नुकसान पहुंचाने वाला गंभीर अपराध मानते हुए आगे की जांच शुरू कर दी है। ऐसे मामलों में और भी नाम सामने आने की संभावना जताई जा रही है।
GST कानून के तहत व्यापारी जो वस्तुएं या सेवाएं खरीदते हैं, उस पर चुकाए गए टैक्स को वे अपने बिक्री पर लगने वाले टैक्स से समायोजित कर सकते हैं — इसे इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) कहते हैं। लेकिन कुछ फर्में फर्जी बिलिंग कर बिना कोई असली व्यापार किए ITC का दावा कर सरकार को बड़ा नुकसान पहुंचाती हैं।
DGGI ने अपील की है कि व्यापारी वर्ग सतर्क रहें और केवल वैध और वास्तविक लेनदेन ही करें।