सकरी (बाराडेरा), 11 अप्रैल — ग्राम पंचायत सकरी (बाराडेरा) में परम पूज्य गुरु घासीदास बाबा जी की गुरुगद्दी पूजन एवं सतनाम ग्रंथ नामायन का दो दिवसीय कार्यक्रम भव्य रूप से संपन्न हुआ। इस आयोजन में समाज के आध्यात्मिक और सामाजिक चेतना का समावेश देखा गया।
कार्यक्रम के विशेष आकर्षण का केंद्र रहे बलौदबाज़ार हिंसा मामले में जेलयात्रा कर चुके सतनामी समाज के उन क्रांतिकारियों का सम्मान, जिन्होंने अन्याय के खिलाफ संघर्ष करते हुए नव महीने तक जेल में समय बिताया। इन सम्मानित व्यक्तित्वों में एनएसयूआई आरंग विधानसभा अध्यक्ष अजीत कोसले, उपेंद्र भारत एवं प्रीतम बर्मन शामिल रहे। तीनों ने गुरुगद्दी पूजन में भाग लेकर प्रदेशवासियों एवं क्षेत्रवासियों की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की।
इस दौरान समाज के लोगों ने इन जेलयात्रियों का आत्मीय स्वागत किया और उनके त्याग, संघर्ष और धैर्य की सराहना की। उपस्थित लोगों ने इसे समाज की एकजुटता और आत्मसम्मान का प्रतीक बताया।
समाज को संबोधित करते हुए अजीत कोसले ने कहा, “10 जून की घटना समाज के लिए एक काला धब्बा है। यह सरकार की एक सोची-समझी साज़िश थी, जिसके तहत सतनामी समाज को दबाने का प्रयास किया गया। 189 से अधिक निर्दोष लोगों को जबरन जेल भेजा गया, लेकिन झूठे मुकदमों से हमारी आवाज़ को दबाया नहीं जा सकता। सरकार लाठी तो तोड़ सकती है, पर सतनामी समाज की छाती नहीं।” उन्होंने आगे कहा कि समाज को संगठित रहकर अन्याय के खिलाफ डटकर खड़ा रहना चाहिए।
इस अवसर पर ग्राम समाज के अध्यक्ष संतराम नारंग, गौतम नवरंगे, संजय जांगड़े, समीर बंजारे, छटिदार, भंडारी, सरपंच, पंच एवं बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित रहे। सभी ने कार्यक्रम में सहभागिता कर सामाजिक एकता और भाईचारे का परिचय दिया।
ग्राम पंचायत सकरी (बाराडेरा) में सम्पन्न यह आयोजन सामाजिक समरसता, आत्मबल और सांस्कृतिक चेतना का प्रतीक बन गया, जिसने आने वाली पीढ़ियों को एक प्रेरणा दी है कि समाज जब एकजुट होता है, तो हर अन्याय का सामना कर सकता है।