शहर की सड़कों पर जल्द दौड़ेंगी ई-बसें, प्रदूषण-मुक्त सफर का सपना होगा साकार
बिलासपुर। शहरवासियों का लंबे समय से चल रहा इंतजार अब खत्म होने वाला है। जल्द ही बिलासपुर की सड़कों पर ईको-फ्रेंडली इलेक्ट्रिक बसें दौड़ती नजर आएंगी। इस परियोजना के तहत पीएम ई-बस सेवा योजना के अंतर्गत शहर को कुल 50 ई-सिटी बसें मिलने वाली हैं। इसके लिए तैयारियां जोरों पर हैं। कलेक्टर अवनीश शरण ने हाल ही में कोनी स्थित सिटी बस डिपो का निरीक्षण कर तैयारियों की समीक्षा की है।
तेजी से चल रहा चार्जिंग स्टेशन का निर्माण
ई-बसों को चार्ज करने के लिए 2500 किलोवाट का एक बिजली सब-स्टेशन स्थापित किया जा रहा है। यह सब-स्टेशन केंद्र और राज्य सरकार के अंशदान से फंडिंग की मदद से बनाया जा रहा है। इसके साथ ही कोनी स्थित सिटी बस डिपो में जरूरी बदलाव किए जा रहे हैं ताकि इन आधुनिक बसों के संचालन में कोई रुकावट न आए।
जल्द शुरू होगी सेवा
जानकारी के मुताबिक, आगामी एक से दो महीने में ई-बस सेवा शुरू होने की संभावना है। कलेक्टर अवनीश शरण और नगर निगम आयुक्त अमित कुमार ने कार्य को तेज गति से पूरा करने और किसी भी प्रकार की लापरवाही से बचने के निर्देश दिए हैं। बसों की पहली खेप जल्द ही शहर पहुंचने वाली है। साथ ही, इन बसों को सुरक्षित रखने के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।
ई-बसों के लाभ और पर्यावरणीय फायदे
ई-बसें केवल एक परिवहन सुविधा ही नहीं हैं, बल्कि यह शहर को प्रदूषण-मुक्त और ध्वनि प्रदूषण रहित बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इन बसों से जुड़े मुख्य लाभ इस प्रकार हैं:
- कम किराया: ई-बसों का किराया पारंपरिक डीजल बसों के मुकाबले कम होगा, जिससे यह यात्रियों के लिए सस्ता और किफायती विकल्प बनेगा।
- शुद्ध वातावरण: ई-बसें पर्यावरण के अनुकूल हैं और यात्रा के दौरान शुद्ध हवा का अनुभव कराएंगी।
- कम शोर: ई-बसें पारंपरिक बसों की तुलना में बेहद कम शोर करती हैं, जिससे ध्वनि प्रदूषण में कमी आएगी।
- वायु प्रदूषण में कमी: ई-बसों के कारण कार्बन उत्सर्जन कम होगा, जिससे वायु की गुणवत्ता में सुधार होगा।
- सार्वजनिक परिवहन का आकर्षण: ये बसें सफर को आरामदायक और प्रदूषण रहित बनाकर सार्वजनिक परिवहन को अधिक आकर्षक बनाएंगी।
कम रखरखाव की आवश्यकता
ई-बसों का डिज़ाइन ऐसा है कि इनमें परंपरागत डीजल बसों की तरह इंजन ऑयल, काइल, स्पार्क प्लग, या ट्रांसमिशन मेंटेनेंस की आवश्यकता नहीं होगी। इनके पुर्जे भी कम होते हैं, जिससे मेंटेनेंस का खर्च और झंझट कम हो जाएगा।
धीरे-धीरे पूरी होगी बसों की संख्या
पीएम ई-बस योजना के तहत बिलासपुर में कुल 50 ई-बसें चलाने की योजना है। ये बसें एक साथ नहीं भेजी जाएंगी बल्कि इन्हें चरणबद्ध तरीके से भेजा जाएगा। शुरुआती खेप के बसों के आने के बाद रूट तय किए जाएंगे। हालांकि, प्राथमिकता उन रूटों को दी जाएगी, जहां पहले से सिटी बसें संचालित होती रही हैं। इसके साथ ही कुछ नए रूट भी इसमें शामिल किए जाएंगे।
रूट योजना और भविष्य की तैयारी
बसों की तिथि निर्धारित होने के बाद उनके रूट तय किए जाएंगे। शहर के भीड़भाड़ वाले और महत्वपूर्ण क्षेत्रों को जोड़ने के लिए नए रूट चिन्हित किए जा रहे हैं ताकि अधिक से अधिक यात्रियों को यह सेवा उपलब्ध हो सके। ई-बसें आने के बाद सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव देखने को मिलेगा।
शहरवासियों के लिए बड़ी सौगात
कलेक्टर और नगर निगम आयुक्त ने साफ कर दिया है कि ई-बस सेवा को लेकर किसी भी स्तर पर कोई देरी न हो। यह सेवा शहरवासियों के लिए एक बड़ी सौगात साबित होगी। न केवल यह परिवहन को आसान बनाएगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों को भी बढ़ावा देगी।
जल्द ही, बिलासपुर की सड़कों पर ई-बसें दौड़ती नजर आएंगी, और शहरवासी प्रदूषण रहित, किफायती और आरामदायक सफर का आनंद ले सकेंगे।