Prayagraj, Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के आगरा से एक दिलचस्प और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। एक परिवार ने अपनी 13 साल की बेटी को दान कर दिया है, और अब इस जिंदा लड़की का पिंडदान होगा, जिसके बाद वह साध्वी बन जाएगी।
Prayagraj, Mahakumbh 2025: आगरा के थाना बमरौली कटारा के गांव तर्र्कपुर निवासी संदीप सिंह, जो पेठा व्यापारी हैं, और उनकी पत्नी रीमा ने अपनी बेटी राखी को जूना अखाड़े को दान कर दिया है। राखी, जो कक्षा नौ की छात्रा है, ने साध्वी बनने की इच्छा जताई थी, और इसके बाद परिवार ने उसे महाकुंभ मेला क्षेत्र में गुरु कौशल गिरि के सान्निध्य में शिविर प्रवेश दिलवाया।
Prayagraj, Mahakumbh 2025: माँ रीमा के अनुसार, राखी ने करीब चार साल पहले गुरु की सेवा में आकर भक्ति की दिशा में कदम बढ़ाया था। 26 दिसंबर को जब परिवार महाकुंभ मेला में गया, तो राखी ने अपना मन और इच्छा व्यक्त की। इसके बाद, गंगा स्नान के दौरान, जूना अखाड़ा के संत कौशल गिरि ने राखी को शिविर में प्रवेश दिलवाया और नामकरण समारोह में उसका नाम ‘गौरी’ रखा। अब गौरी का पिंडदान 19 जनवरी को शिविर में किया जाएगा, और उसके बाद वह गुरु के परिवार का हिस्सा बन जाएगी।
Prayagraj, Mahakumbh 2025: राखी के स्कूल के प्रधानाचार्य के अनुसार, वह एक मेधावी छात्रा थी और पूजा-अर्चना में भी गहरी रुचि रखती थी। नवरात्रि के दौरान वह बिना जूते-चप्पल के पैदल चलकर स्कूल आती थी, जो उसकी आध्यात्मिकता को दर्शाता है।
Prayagraj, Mahakumbh 2025: जूना अखाड़ा के संत कौशल गिरि ने कहा, “यह सनातन धर्म का प्रचार है, और जो काम इस परिवार ने किया है, वह हर किसी के बस की बात नहीं है।”