Sukhbir Badal Attack: नारायण सिंह चौड़ा के घर पुलिस का छापा, पत्नी और परिवार से गहन पूछताछ जारी
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष और पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल पर अमृतसर के श्री हरिमंदिर साहिब में हुए हमले के बाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। घटना के मुख्य आरोपी नारायण सिंह चौड़ा के डेरा बाबा नानक स्थित घर पर पुलिस ने छापेमारी की। चौड़ा, जो अकाल फेडरेशन का प्रमुख और हवारा 21 सदस्यीय कमेटी का सदस्य है, फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में है। वहीं, उसकी पत्नी और परिवार से गहन पूछताछ की जा रही है।
पुलिस की छापेमारी और पूछताछ
डेरा बाबा नानक स्थित गुरुद्वारा श्री चौला साहिब के पास साहिब नगर मोहल्ले में नारायण सिंह चौड़ा का घर है। मंगलवार को पुलिस ने यहां छापेमारी की, जहां उसकी पत्नी बीबी जसमीत कौर (जिसे जसवंत कौर के नाम से भी जाना जाता है) से पूछताछ की जा रही है। घर में उनका एक बेटा भी मौजूद था, जबकि दूसरा बेटा अलग घर में रहता है। पुलिस ने घर की तलाशी ली और वहां से कुछ दस्तावेज और अन्य वस्तुएं जब्त की हैं।
कौन है नारायण सिंह चौड़ा?
नारायण सिंह चौड़ा अकाल फेडरेशन का मुखिया है और हवारा 21 सदस्यीय कमेटी का सक्रिय सदस्य है। इस कमेटी का नाम कई विवादित मामलों से जुड़ा रहा है। सुखबीर सिंह बादल पर हुए हमले के बाद उसकी पृष्ठभूमि और संगठन की गतिविधियों को लेकर पुलिस ने अपनी जांच तेज कर दी है।
हमले के बाद सुरक्षा बढ़ाई गई
सुखबीर बादल पर गोली चलाने की घटना ने पूरे राज्य में हलचल मचा दी है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां चौड़ा के इस हमले के पीछे की साजिश को उजागर करने के लिए हर पहलू की जांच कर रही हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, चौड़ा के परिवार से इस हमले के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है, ताकि उसके संपर्कों और मंशा का पता लगाया जा सके।
चौड़ा की पत्नी से क्या सवाल पूछे जा रहे हैं?
पूछताछ के दौरान पुलिस उसकी पत्नी से यह जानने का प्रयास कर रही है कि चौड़ा ने हाल के दिनों में किन लोगों से संपर्क किया और क्या परिवार को इस हमले की योजना की कोई जानकारी थी। इसके अलावा, चौड़ा के संगठन और व्यक्तिगत गतिविधियों के बारे में भी सवाल किए जा रहे हैं।
घटना का पृष्ठभूमि
यह हमला उस समय हुआ जब सुखबीर बादल श्री हरिमंदिर साहिब के बाहर अकाल तख्त से मिली धार्मिक सजा के तहत पहरेदारी कर रहे थे। आरोपी नारायण सिंह चौड़ा ने मात्र 15 मीटर की दूरी से उन पर गोली चलाई। हालांकि, यह गोली मिसफायर हो गई, जिससे बड़ा हादसा टल गया। आरोपी को मौके पर ही पकड़ लिया गया और पुलिस की हिरासत में ले लिया गया।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और सुरक्षा सवाल
इस घटना ने पंजाब में कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। शिरोमणि अकाली दल और अन्य विपक्षी दलों ने राज्य सरकार और सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी आलोचना की है। अकाली दल के वरिष्ठ नेता दलजीत चीमा ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।
अगले कदम की तैयारी
पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां चौड़ा से जुड़े अन्य संभावित सहयोगियों और संगठनों की तलाश में जुटी हुई हैं। इस मामले की जांच में गहराई से छानबीन की जा रही है, ताकि सुखबीर बादल पर हमले की साजिश का पूरा पर्दाफाश हो सके।
पंजाब में इस घटना ने न केवल राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है, बल्कि आम लोगों के बीच भी असुरक्षा की भावना को बढ़ाया है। पुलिस की आगे की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हैं।