रायपुर : राजधानी रायपुर के प्रतिष्ठित उद्यमी और समाजसेवी हर्षित सिंघानिया ने ‘विश्व शांति दिवस’ के अवसर पर प्रदेशवासियों को ट्विटर के माध्यम से हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने इस मौके पर शांति, सद्भाव और मानवता के मूल्यों को प्रोत्साहित करते हुए अहिंसा के महत्व पर जोर दिया। उनके संदेश ने न केवल रायपुर, बल्कि अन्य स्थानों पर भी लोगों के दिलों को छुआ है।
हर्षित सिंघानिया ने अपने ट्वीट में लिखा, “विश्व शांति दिवस हमें शांति, सद्भाव और मानवता के मूल्यों पर विचार करने और इन्हें अपनाने का अवसर प्रदान करता है। हमारी दुनिया, जो विभिन्न संस्कृतियों, धर्मों और भाषाओं का संगम है, तभी शांति और समृद्धि की ओर बढ़ सकती है, जब हम सभी एक-दूसरे के प्रति सम्मान, प्रेम और अहिंसा का भाव रखें। स्थायी शांति केवल समझ और सद्भाव से ही संभव है।”
हर्षित सिंघानिया ने महात्मा गांधी के अहिंसा के सिद्धांत को भी विशेष रूप से रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “महात्मा गांधी द्वारा अपनाई गई अहिंसा केवल एक सिद्धांत नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा साधन है जिसके माध्यम से हम समाज में बिना किसी हिंसा के बदलाव ला सकते हैं। यह हमें संघर्ष और युद्ध से बचाकर शांति की दिशा में ले जाता है।”
अपने संदेश में हर्षित सिंघानिया ने ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की भावना को विशेष रूप से महत्व दिया, जिसमें पूरा विश्व एक परिवार के रूप में देखा जाता है। उन्होंने कहा, “इस विश्व शांति दिवस पर हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम शांति, सद्भाव और भाईचारे को न केवल अपने समाज में, बल्कि पूरे विश्व में बढ़ावा देंगे। ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की यह भावना हमें एक ऐसे समाज का निर्माण करने के लिए प्रेरित करती है जहाँ संघर्ष और द्वेष का कोई स्थान न हो।”
सिंघानिया ने आगे कहा कि शांति का मार्ग हमें एक उज्ज्वल भविष्य की ओर ले जाएगा, जहाँ हर व्यक्ति का योगदान महत्वपूर्ण होगा। उनका यह संदेश एक महत्वपूर्ण विचारधारा के रूप में उभरा, जिसने लोगों को अपनी जिम्मेदारी का अहसास कराया।
सिंघानिया ने अंत में सभी को विश्व शांति दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दीं और कहा, “यह दिन हमें शांति और अहिंसा के मार्ग पर चलने की याद दिलाता है। आइए, हम सभी इस पवित्र दिन पर यह संकल्प लें कि हम शांति, सद्भाव और मानवता को अपने जीवन का हिस्सा बनाएंगे और एक बेहतर विश्व का निर्माण करेंगे।”
उनके इस संदेश ने न केवल एक सामाजिक जिम्मेदारी का अहसास कराया, बल्कि लोगों को प्रेरित भी किया कि वे अपने जीवन में शांति और सद्भाव को प्राथमिकता दें।
हर्षित सिंघानिया का यह शांति संदेश एक सकारात्मक बदलाव का प्रतीक है। उन्होंने न केवल प्रदेशवासियों को जागरूक किया, बल्कि शांति और सद्भाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। उनके विचार आज के समय में बेहद प्रासंगिक हैं, और हमें इस दिशा में काम करने की आवश्यकता है।
विश्व शांति दिवस पर दिया गया उनका संदेश एक प्रेरणा है, जो सभी को यह याद दिलाता है कि शांति, सद्भाव और मानवता की स्थापना के लिए हमें एकजुट होना चाहिए। उनके प्रयासों ने रायपुर और उससे बाहर के लोगों के दिलों में एक नई आशा जगाई है, जिससे समाज में सकारात्मक बदलाव की संभावनाएँ बढ़ती हैं।